लंदन: माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक में चीन एक अग्रणी शक्ति है और इस देश से संबंधित एआई शोध को अवरुद्ध करना मानवता के लिए बेहतर होने के बजाय अधिक नुकसानदेह हो सकता है। बीबीसी के साथ एक साक्षात्कार में नडेला ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के बावजूद इस मुद्दे पर चीन के खिलाफ होने से इसे हल करने की तुलना में अधिक नुकसान होगा।
उन्होंने कहा, "बहुत से एआई अनुसंधान खुले तौर पर होते हैं और इनके खुले में होने से दुनिया को ज्ञान प्राप्त होने से लाभ होता है।"
माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ का हवाला देते हुए नडेला ने कहा, "हम जानते हैं कि कोई भी तकनीक एक उपकरण या एक हथियार हो सकती है। सवाल यह है कि आप कैसे सुनिश्चित करते हैं कि ये हथियार नहीं बनेंगे? मुझे लगता है कि इस तरह के कई तंत्र हैं।"
एशिया प्रशांत क्षेत्र में कंपनी की प्रमुख अनुसंधान शाखा 'माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च एशिया' की स्थापना नवंबर, 1998 में बीजिंग में गई थी।
मीडिया रिपोर्ट में अप्रैल में बताया कि माइक्रोसॉफ्ट कथित तौर पर एक चीनी सैन्य समर्थित विश्वविद्यालय से जुड़े शोधकर्ताओं के साथ एआई पर सहयोग कर रही है। अनुसंधान में कई एआई विषयों को कवर किया गया, जैसे कि चेहरा विश्लेषण और मशीन रीडिंग।
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया कि माइक्रोसॉफ्ट ने इस शोध का बचाव किया था और कहा था कि यह उसके वैज्ञानिकों द्वारा प्रौद्योगिकी मुद्दों पर अपने अंतर्राष्ट्रीय समकक्षों के साथ काम करने के लिए दुनियाभर में किए गए प्रयास का हिस्सा था।
नडेला के अनुसार, उनका इस पर नियंत्रण है कि कौन उनकी तकनीक का उपयोग करता है।
--आईएएनएस