भोपाल/बैतूल: कोरोना संक्रमण के बीच दीपावली का पर्व मनाने को लेकर लोगों का उत्साह कम नहीं है, मगर इस बार लोग कहीं ज्यादा सतर्क हैं। ईको फ्रंेडली दीपावली मनाने की तैयारी जोरों पर है यही कारण है कि इस बार मिट्टी के साथ गोबर के दीयों की भी मांग खूब है। पीएम नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की कल्पना को साकार करने के लिए ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बैतूल जिले के झगड़िया की त्रिवेणी गौशाला के सहयोग से स्वसहायता समूह की महिलाओं ने गोबर के दीपक सहित अन्य पूजन सामग्री तैयार की।
स्वसहायता समूह की मीरा सरले ने बताया है कि दीपावली के मौके पर गाय के गोबर से दीपक, मूर्तियां शुभ लाभ, धूप बत्ती बनाई जाती है। इसका मकसद पर्यावरण की रक्षा के साथ महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
स्वसहायता समूह की चंद्रकला पवार ने बताया है कि महिलाओं को सक्षम बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके। दीपक और अन्य सामग्री गोबर से बनाई जा रही है।
--आईएएनएस
एसएनपी/एएनएम