नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीसरी वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेश एवं एक्सपो बैठक (3rd Global Renewable Energy Investment Meet and Expo) को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा वक्त में नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के मामले में भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश है। सभी प्रमुख देशों में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 136 गीगावाट है जो हमारी कुल क्षमता का लगभग 36 फीसद है।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पीठासीन अधिकारियों के 80वें अखिल भारतीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकारी फैसलों को मापने का इकलौता पैमाना राष्ट्रहित होना चाहिए। इसमें जब राजनीति हावी हो जाती है तो देश को इसका नुकसान भी उठाना पड़ता है। प्रधानमंत्री ने सरदार सरोवर बांध से देश को मिल रहे फायदों का जिक्र करते हुए कहा कि इसका निर्माण राजनीति के चलते वर्षों तक अटका रहा जिससे देश को काफी नुकसान हुआ है।
प्रधानमंत्री पर्यावरण और प्रकृति को लेकर पहले से ही काफी सक्रिय रहे हैं। यही वजह है कि देश में नवीकरणीय ऊर्जा को लेकर तेजी से काम हुआ है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, इसी कड़ी में लद्दाख संघ शासित प्रदेश में सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित की गई है। सरकार की 'मेक इन इंडिया' को बढ़ावा देने की पहलकदमी के तहत लेह में मौजूद भारतीय वायु सेना के स्टेशन पर यह परियोजना लगाई गई है। अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में काम में तेजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उक्त परियोजना का काम 31 मार्च 2021 को पूरा होना था लेकिन इसे 12 महीने पहले ही पूरा कर लिया गया है।