गुरुग्राम: चार इराकी नागरिकों को वर्जित और नशीलीं इंजेक्शनों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
इसके अलावा शहर के दो समृद्ध इलाकों में छापे के दौरान 74 लाख रुपये से अधिक की नकदी भी बरामद की गई थी।
आरोपियों की पहचान अकरम फैज (21), अव्स राद नीलमा अल हेंदी (31) के रूप में की गई है, उन्हें सेक्टर 57 से गिरफ्तार किया गया। जबकि मोहनेद (26) और ओथमना (27) को सेक्टर 47 से गिरफ्तार किया गया।
एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि सभी चार आरोपी बगदाद के रहने वाले हैं और स्टडी वीजा पर यहां आए थे। वे 2016 से अपने देश में गलत तरीके से ड्रग्स की आपूर्ति करने के काम में शामिल थे।
गुरुग्राम के ड्रग कंट्रोलर अमनदीप सिंह चौहान ने कहा, "जांच के दौरान पता चला है कि पढ़ाई के लिए लिया गया उनका स्टडी वीजा 2018 में ही समाप्त हो गया था। उसके बाद उनमें से दो, फैज और अल हेंदी भारत में शरणार्थी का दर्जा पाने में कामयाब रहे और तब से ही वह यहां रह रहे हैं। वहीं अन्य दो अवैध रूप से यहां रह रहे हैं।"
चौहान ने कहा, "हमें स्थानीय खुफिया इनपुट से कुछ इराकी नागरिकों के बारे में जानकारी मिली थी, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ड्रग की तस्करी में शामिल हैं।"
उन्होंने आगे बताया, "छापे के दौरान सेक्टर 57 में हमने 35.50 लाख रुपये नकद, कुछ इंजेक्शन और पांच पैकेटों में बड़ी संख्या में ड्रग्स जब्त किए हैं। वहीं दूसरे स्थान से 39.05 लाख रुपये नकद, 8 पैकेटों में ड्रग्स और कुछ इंजेक्शन बरामद हुए हैं।"
आरोपियों ने खुलासा किया है कि इराक में प्रतिबंधित चीजों की तस्करी के लिए वे जीवन रक्षक इंजेक्शन का इस्तेमाल कर रहे हैं। वे यहां बैचलर ऑफ फार्मेसी कोर्स की पढ़ाई करने आए थे।
एसीपी अपराध और गुरुग्राम पुलिस की प्रमुख पीआरओ प्रीत पाल सिंह सांगवान ने कहा, "एनडीपीएस अधिनियम और आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और आगे की जांच चल रही है।"
--आईएएनएस