भुवनेश्वर : ओडिशा ने आलू उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए वित्त वर्ष 2015-16 से एक आलू अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य में आलू उत्पादन का जायजा लेने के बाद कहा, "राज्य को आलू उत्पादन में अगले तीन वर्षो में आत्मनिर्भर बनाने और भंडारण क्षमता हासिल करने के लिए वित्त वर्ष 2015-16 से आलू अभियान शुरू किया जाएगा।"
पटनायक ने कहा कि पिछले वर्ष की कृषि नीति के अनुसार ही नए शीत भंडारण गृहों को नकद रियायत जारी रहेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मौजूदा और नए शीत भंडारण गृहों को 31 मार्च, 2018 तक बिजली दरों में भी रियायत देने पर विचार किया जा रहा है।
राज्य सरकार अगले तीन वर्षो तक राज्य में आलू बीज के उत्पादन और आलू के उत्पादन को प्रोत्साहित करेगी। इसके अलावा आलू की कमी वाली अवधि के लिए आलू के सुरक्षित भंडारण की व्यवस्था भी की जाएगी।
सरकार ने 2015 के लिए 30,000 टन आलू का सुरक्षित भंडार रखने का फैसला किया है।
राज्य सरकार ने 2017-18 तक आलू उत्पादन क्षेत्र में बढ़ोतरी कर 60,000 हेक्टेयर करने का लक्ष्य रखा है। ओडिशा में वर्तमान में 15,000 हेक्टेयर क्षेत्र में आलू का उत्पादन होता है।
राज्य के कृषि विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में आलू का वर्तमान उत्पादन दो लाख टन है और सरकार ने 2017-18 तक इसे बढ़ाकर 11.25 लाख टन पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।